Rojgar: मध्यप्रदेश की डॉ.मोहन यादव सरकार ने इंडस्ट्री डेवलपमेंट के लिए खाका खींच लिया है। जबलपुर में 20 जुलाई को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में होगी। सरकार को उम्मीद है कि इसमें 1500 निवेशकों से 1222 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिल सकते हैं और इससे सूबे में 3 हजार 444 युवाओं को रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि सरकार बड़े समूहों के मालिकों और उनके प्रतिनिधियों से सीधे संवाद कर रही है। इंडस्ट्री डेवलपमेंट के लिए ऐसा माहौल तैयार किया है कि इजराइल जैसे युद्धग्रस्त देश के निवेशक भी यहां संभावनाएं तलाश रहे हैं।
उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर रोजगार (Rojgar) के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव कर रहे हैं। उद्योग बंद न हों, इसका इंतजाम किया है। इंदौर की तरह भोपाल और आसपास के क्षेत्र को केंद्र में रखकर योजना तैयार की गई है। उज्जैन के मेडिकल डिवाइस पार्क को देश के प्रमुख पार्कों जैसा बनाने की योजना पर काम चल रहा है। जिन उद्योगपतियों ने जमीन लेकर उद्योग नहीं लगाए, उनकी जमीन लेकर नए निवेशकों को देंगे। इसके लिए लैंड मैनेजमेंट प्लान तैयार कर लिया गया है।
रिलाइंस लगाएगा 50 हजार करोड़
रिलायंस इंडस्ट्री ने सिंगरौली में 50 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट की बात कही है। इसी तरह जेएस डब्ल्यू लिमिटेड ने बैतूल, शहडोल, दमोह में 17 हजार करोड़, आदित्य बिरला समूह ने उज्जैन, मैहर में 4 हजार करोड़, एलएंडटी ने इंदौर में 2 हजार करोड़, योटा डेटा सर्विस ने इंदौर में 500 करोड़ और गोदरेज समूह ने भिंड जिले के मालनपुर में 450 करोड़ रुपए निवेश करने का भरोसा दिया है। इधर, मध्यप्रदेश को पहली बार पर्यटन और वाइल्ड लाइफ के क्षेत्र में 1150 करोड़ रुपए के निवेश का भरोसा मिला है। इसमें से महिंद्रा होली-डे 750 करोड़ और ओबेराय होटल समूह 400 करोड़ का निवेश करने के इच्छुक हैं। ताज समूह ने भी निवेश का भरोसा जताया है।
एक लाख युवाओं को रोजगार मिलेंगे
जबलपुर के बाद मध्यप्रदेश सरकार अगली रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव सितंबर में ग्वालियर और अक्टूबर में रीवा में करेगी। सितंबर में इंदौर में टेक्सटाइल्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। मुंबई मीट की जानकारी देते हुए सीएम ने बताया कि 60 हजार करोड़ के निवेश के शुरुआती प्रस्ताव अब बढ़कर 75 हजार करोड़ रुपए के हो गए हैं। इस इन्वेस्टमेंट से एक लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। मुंबई जैसा संवाद दूसरे शहरों में भी जारी रहेगा। 25 जुलाई को कोयंबटूर, अगस्त में बेंगलुरु और सितंबर में दिल्ली में इसी तरह का आयोजन करने की योजना है।